छंद विधान के लिए
छंदानुरागी साथियो,
जन्म दिन पर आप सभी के स्नेह आशीर्वाद शुभकामनाएं थोक में पाकर धन्य हुआ। फोन पर भी अनेक मित्रोँ की शुभकामनाएं प्राप्त हुई,छंद सीखने की जिज्ञासा भी बहुत लोगों ने प्रगट की, एकबार पुनः सबका हृदय से आभार।
मैंने सरस्वती भगवती को 112 मात्रिक छंदो की पुष्पमाला चढ़ाई आपने देखी होगी वर्णिक छंदों में प्रमुख रूप से
घनाक्षरी सवैया आते हैं जो लगभग निम्न लिखित हैं।
घनाक्षरी के प्रकार
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मनहरण घनाक्षरी 31रूप 32जलहरण 32जनहरण,31
कृपाण32कलाधर,31विजया नगणान्त,32विजया लगा अंत,32 देव 33डमरू,32
अनंगशेखर,सुधानिधि,32
हरिहरण 32 मदनहरण 32
सूर घनाक्षरी 30
सवैया प्रकार
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मदिरा,मत्तगयन्द,किरीट,अरसात,चकोर,दुर्मिल, सुंदरी, कुंदलता,अरविंद महामंजीर,महाभुजंग प्रयात,वागीश्वरी,मुक्तहरा,वाम,सुमुखि,आभार, मंदारमाला। सर्वगामी,गंगोदक। आदि
छंद के प्रति सीखने की इच्छा
लगन निष्ठा यदि आपके मन में है तो हमारे गुरु कुल में निशुल्क रूप से सीख सकते हैं।
गुरु कुल में आपका स्वागत है। प्रवेश हेतु
सम्पर्क सूत्र
मनीष तिवारी जबलपुर
9826188236
सुरेन्द्र यादवेंद्र बारां (राज0)
9057550068
शशिकांत यादव देवास
9425048091
पवन पांडेय तेलंगाना
9848781540
कैलाश जोशी पर्वत उत्तराखंड
9456763550
नमस्कार सहित
गुरू सक्सेना
10/9/23