चौमासा ( प्यार की सौगात)
गीत
जुगनू चमक रहा है
बादल भी गरजा है
नील गगन घनघोर
ठुमक- ठुमक बरसा है
सुन- सुन रे पपीहा
तन- मन भीग रहा है
बागों में हरियाली छाई
चौमासे ने ली अंगडाई
बहकी- बहकी सी रात
प्यार की सौगात लाई
पायल- कंगन हौले से खनके
हम- तुम, तुम- हम, महके
फूल खिलें, कलियाँ महकी
ओस शबनम भी है चमकी
धरती ने भी चुनर पर
गोटे- सितारे हैं टांकती
शीला गहलावत सीरत
चण्डीगढ़, हरियाणा