चौपाई – तुलसीदास
शुक्ल पक्ष सप्तमी तिथि आई।
श्रावण मास बहुत मनभाई।।
हुलसी के घर तुलसी आये।
जग में तुलसीदास कहाए।।
धरा धाम हुलसी सुत आये
राम कृपा परसादी पाये।।
जन्मत रामनाम मुख- वानी।
तबहिं राम-बोला जग जानीं।।
रामचरितमानस अति पावन।
मनभावन जग कलुष नसावन।।
मानस महिमा तुलसी गाई।
आय बसे जब श्री रघुराई।।
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सुधीर श्रीवास्तव