चौपाई छंद गीत
चोपाई छंद गीत
16/16 मात्रा
सृजन पंक्ति-आया है हरियाला सावन
आया है हरियाला सावन।
खुशियों की है अब तो आवन।।
धानी चुनरिया ओढ़े धरती।
बरखा की है पायल बजती।।
रूप धरा का लगता पावन।
आया है हरियाला सावन।।
मोर पपीहा कोयल बोले ।
कानों में वो मधु रस घोले ।।
मौसम लगता है मनभावन ।
आया है हरियाला सावन।।
सजनी माथे बिंदिया सजती।
हाथों में खन चूड़ी बजती ।।
घर आये परदेसी साजन ।
आया है हरियाला सावन ।।
बादल पानी भर के खड़े ।
बागों में अब झूले पड़े ।।
चिड़िया चहके घर के आँगन ।
आया है हरियाला सावन ।।
सीमा शर्मा ‘अंशु’