चौदह साल वनवासी राम का,
चौदह साल वनवासी राम का,
क्या कभी सीतमिलन भी हो पाया ।
जब वनवास बाद राम द्वारे आयी,
तब क्या सीता राम को पायी ।।
इस समयचक्र के खेल में फँसकर दोनों,
सीता वसुंधरा की छाती में समर्पित हुई ।
तो दूजा कुछेक दिनों बाद राम भी,
सरयू को समर्पित हुआ ।।
लेखक :- डॉ० मनमोहन कृष्ण
तारीख :- 05/07/2024
समय :- 08 : 42 (सुबह)