चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
आंखों में समेटे समंदर निकला है मेरा यार
दुर्गम है डगर उसकी लक्ष्य भी कठिन है मगर
कर्तव्य पथ पर अपने निकला है मेरा यार
इंजी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्य प्रदेश