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2 Sep 2024 · 1 min read

चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार

चेहरे पर लिए तेज निकला है मेरा यार
आंखों में समेटे समंदर निकला है मेरा यार
दुर्गम है डगर उसकी लक्ष्य भी कठिन है मगर
कर्तव्य पथ पर अपने निकला है मेरा यार

इंजी संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्य प्रदेश

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