चेहरे पर चेहरा
खुली किताब सा कोई किरदार नहीं मिलेगा ,
साफ हो आईने जैसा ऐसा कोई दिल भी न मिलेगा ,
एक चेहरे पर और भी कई चेहरे है लगे हुए,
बिना नकाब के कोई शख्स यहां न मिलेगा ।
खुली किताब सा कोई किरदार नहीं मिलेगा ,
साफ हो आईने जैसा ऐसा कोई दिल भी न मिलेगा ,
एक चेहरे पर और भी कई चेहरे है लगे हुए,
बिना नकाब के कोई शख्स यहां न मिलेगा ।