Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Aug 2024 · 1 min read

चेहरा

चेहरा

चेहरा ही व्यक्तित्व बताता,जान सको तो जान।
सबके चेहरे अलग-थलग हैं,उसे देख पहचान।
चेहरा कह देता है सब कुछ,इस विद्या को सीख।
चेहरे को पुस्तक-सा पढ़ कर,विद्वानों -सा दीख।
यह ज्योतिष का विषय -वस्तु है,अंतर्मन का दृश्य।
इसको खोज समझ मानव को,अंतस करता नृत्य।
चेहरे की आकृति पर अंकित,मानव का इतिहास।
चेहरा बता रहा है सब कुछ,खड़ा तुम्हारे पास।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

1 Like · 23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*पल्लव काव्य मंच द्वारा कवि सम्मेलन, पुस्तकों का लोकार्पण तथ
*पल्लव काव्य मंच द्वारा कवि सम्मेलन, पुस्तकों का लोकार्पण तथ
Ravi Prakash
मेरी प्रिय हिंदी भाषा
मेरी प्रिय हिंदी भाषा
Anamika Tiwari 'annpurna '
माँ तुम्हारे रूप से
माँ तुम्हारे रूप से
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !
आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !
DrLakshman Jha Parimal
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
डॉ. शिव लहरी
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
प्रकृति की पुकार
प्रकृति की पुकार
AMRESH KUMAR VERMA
जीवन यात्रा
जीवन यात्रा
विजय कुमार अग्रवाल
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
वृंदावन की कुंज गलियां 💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
शिमला, मनाली, न नैनीताल देता है
शिमला, मनाली, न नैनीताल देता है
Anil Mishra Prahari
दूरी
दूरी
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
"क्रूरतम अपराध"
Dr. Kishan tandon kranti
हैं दुनिया में बहुत से लोग इश्क़ करने के लिए,
हैं दुनिया में बहुत से लोग इश्क़ करने के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वीणा-पाणि वंदना
वीणा-पाणि वंदना
राधेश्याम "रागी"
आप से दर्दे जुबानी क्या कहें।
आप से दर्दे जुबानी क्या कहें।
सत्य कुमार प्रेमी
पछतावा
पछतावा
Dipak Kumar "Girja"
kg88
kg88
kg88
हर सुबह जन्म लेकर,रात को खत्म हो जाती हूं
हर सुबह जन्म लेकर,रात को खत्म हो जाती हूं
Pramila sultan
4) “एक और मौक़ा”
4) “एक और मौक़ा”
Sapna Arora
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
माना दौलत है बलवान मगर, कीमत समय से ज्यादा नहीं होती
पूर्वार्थ
अंधेरा छंट जाए _ उजाला बंट जाए ।
अंधेरा छंट जाए _ उजाला बंट जाए ।
Rajesh vyas
सच तो ये भी है
सच तो ये भी है
शेखर सिंह
होता नहीं कम काम
होता नहीं कम काम
जगदीश लववंशी
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
जो बैठा है मन के अंदर उस रावण को मारो ना
VINOD CHAUHAN
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
गुफ्तगू तुझसे करनी बहुत ज़रूरी है ।
Phool gufran
दीपावली
दीपावली
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
306.*पूर्णिका*
306.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पुनर्जन्म का साथ
पुनर्जन्म का साथ
Seema gupta,Alwar
कितने ही गठबंधन बनाओ
कितने ही गठबंधन बनाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
🙅आप का हक़🙅
🙅आप का हक़🙅
*प्रणय प्रभात*
Loading...