चेतना की मौत
कुछ ख़्याल ऐसे हैं
जिन्हें मैं ही सोच सकता हूं!
कुछ बातें ऐसी हैं
जिन्हें मैं ही कह सकता हूं!
कुछ काम ऐसे हैं
जिन्हें मैं ही कर सकता हूं!
अब अगर मैं
वे ख़्याल न सोचूं,
वे बातें न कहूं,
वे काम न करूं
तो मेरे लिए
एक तरह से
वह खुदकुशी होगा!
Shekhar Chandra Mitra