“चुहिया”
“चुहिया”
********
चु-चु, करती दिन में चुहिया आती।
कभी इधर , कभी उधर छुप जाती।
चूहा घुसकर बैठे, अपने बिल ,
बिल्ली की डर , इसे सदा सताती।
…. ✍️पंकज “कर्ण”
………… कटिहार।।
“चुहिया”
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चु-चु, करती दिन में चुहिया आती।
कभी इधर , कभी उधर छुप जाती।
चूहा घुसकर बैठे, अपने बिल ,
बिल्ली की डर , इसे सदा सताती।
…. ✍️पंकज “कर्ण”
………… कटिहार।।