Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Mar 2020 · 1 min read

चुनौती अस्थायी है

वास्को डी गामा ने भारत की खोज की, उसके कई सैलानियों ने भारत की खोज में निकले। सभी भारत नही पंहुचे। बहुत से लोग बीच मे ही रुक गए। वापस लौट गए।

आपके साथ भी, आपकी सफलता की यात्रा में ऐसा ही होगा। आपका लक्ष्य बन चुका है। माइंडसेट हो चुका है। शुरुवात भी हो चुकी है।
फिर भी कई बाधाएं, चुनौतीयां आपके सामने आएंगे। आपको बहकाएंगे लेकिन तुम रुकना नही। बस बढते रहना।
जितनी ज्यादा चुनौती उतनी बड़ी सफलता होगी।
याद रखिये, चुनौती अस्थायी है और सफलता स्थायी है।

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Comment · 403 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आहट
आहट
Er. Sanjay Shrivastava
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
मैनें प्रत्येक प्रकार का हर दर्द सहा,
Aarti sirsat
यह धरती भी तो, हमारी एक माता है
यह धरती भी तो, हमारी एक माता है
gurudeenverma198
आता है संसार में,
आता है संसार में,
sushil sarna
Sometimes goals are not houses, cars, and getting the bag! S
Sometimes goals are not houses, cars, and getting the bag! S
पूर्वार्थ
अमृत महोत्सव आजादी का
अमृत महोत्सव आजादी का
लक्ष्मी सिंह
आज कृत्रिम रिश्तों पर टिका, ये संसार है ।
आज कृत्रिम रिश्तों पर टिका, ये संसार है ।
Manisha Manjari
मार मुदई के रे... 2
मार मुदई के रे... 2
जय लगन कुमार हैप्पी
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
Buddha Prakash
परिश्रम
परिश्रम
Neeraj Agarwal
छत्तीसगढ़ के युवा नेता शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana
छत्तीसगढ़ के युवा नेता शुभम दुष्यंत राणा Shubham Dushyant Rana
Bramhastra sahityapedia
चलती है जिन्दगी
चलती है जिन्दगी
डॉ. शिव लहरी
मैं पापी प्रभु उर अज्ञानी
मैं पापी प्रभु उर अज्ञानी
कृष्णकांत गुर्जर
कितना सकून है इन , इंसानों  की कब्र पर आकर
कितना सकून है इन , इंसानों की कब्र पर आकर
श्याम सिंह बिष्ट
2954.*पूर्णिका*
2954.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
क्षमा करें तुफैलजी! + रमेशराज
कवि रमेशराज
"रेल चलय छुक-छुक"
Dr. Kishan tandon kranti
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
श्रीराम अयोध्या में पुनर्स्थापित हो रहे हैं, क्या खोई हुई मर
Sanjay ' शून्य'
तेवर
तेवर
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*अकेलेपन की साथी, पुस्तकें हैं मित्र कहलातीं【मुक्तक】*
*अकेलेपन की साथी, पुस्तकें हैं मित्र कहलातीं【मुक्तक】*
Ravi Prakash
कहाँ अब पहले जैसी सादगी है
कहाँ अब पहले जैसी सादगी है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
कोशिश
कोशिश
Dr fauzia Naseem shad
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
ब्राह्मण बुराई का पात्र नहीं है
शेखर सिंह
कवि एवं वासंतिक ऋतु छवि / मुसाफ़िर बैठा
कवि एवं वासंतिक ऋतु छवि / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
प्यारी सी चिड़िया
प्यारी सी चिड़िया
Dr. Mulla Adam Ali
राष्ट्र-हितैषी के रूप में
राष्ट्र-हितैषी के रूप में
*Author प्रणय प्रभात*
चंद तारे
चंद तारे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
रिश्तों में...
रिश्तों में...
Shubham Pandey (S P)
💐प्रेम कौतुक-302💐
💐प्रेम कौतुक-302💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...