चुनावी वादा
हमारा इश्क़ एक पक्का इरादा था
तुम्हारी मोहब्बत चुनावी वादा था।
मुझ मामूली से वो कैसे इश्क़ करती
उसकी नज़र में कोई शहज़ादा था।
-जॉनी अहमद ‘क़ैस’
हमारा इश्क़ एक पक्का इरादा था
तुम्हारी मोहब्बत चुनावी वादा था।
मुझ मामूली से वो कैसे इश्क़ करती
उसकी नज़र में कोई शहज़ादा था।
-जॉनी अहमद ‘क़ैस’