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2 Feb 2022 · 1 min read

चुनावी दोहे

नेता दर दर घूम रहे मांग रहे हैं वोट
किसका दिल साफ है किस दिल में खोट
किस दिल में खोट पता हमें लगाना है
किसको देना है वोट ये निर्णय हमारा है
मतदाता अकेला है अकेला ही रह जायेगा
वादों का दल दल है दल दल में बह जायेगा

मेरा वोट अनमोल है सोच कर देना होगा
खुद के हित में नही देश हित में देना होगा

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