Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2024 · 1 min read

*चुनावी कुंडलिया*

चुनावी कुंडलिया
🍃🍃🍃🍂🍂
नेता जी हैं जेल में, बाहर है मतदान (कुंडलिया)
_______________________
नेता जी हैं जेल में, बाहर है मतदान
जगह-जगह यों दिख रहा, बिगड़ा हिंदुस्तान
बिगड़ा हिंदुस्तान, काम दो नंबर वाले
इन पर यह आरोप, किए जमकर घोटाले
कहते रवि कविराय, चुनावों में सुधि लेता
वरना करता मौज, पेट निज भरता नेता
———————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997 615 451

86 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
Loading...