चुनरिया हम चढ़ाई कईसे
गरजेला बघवा, मंदिर बीच मईया
सेवका त, आईल बाडे, राऊर दुवरिया
कि बघवा गरजत बाडे हो$2
बीच दुवरिया आके मईया, चुनरिया हम चढ़ाई कईसे
करूण पुकार के अरज सुना मईया हो
बेडा पार, लगा दी, मोर नईया हो
सेवा करे के देहले, बाडू बचनिया
पूजल चाहत तानि, राऊर चरनिया
कि मनवा घबरात बाडे हो$2
देखी बघवा के नजरिया, चुनरिया हम चढ़ाई कईसे
आईल चईत के, पावन महिनवा
यशों के साल, देई देही दर्शनवा
जन्मों-जन्म हम, सुनाई भजनवा
यश कृर्ति के, भर देही खजनवा
कि भक्ता आश्रित बाडे हो$2
पंडा आवे, नाहि देता पजरिया, चुनरिया हम चढ़ाई कईसे