Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Jan 2022 · 1 min read

चींटी

चींटी हौसलों के बलबूते
कई गुना भार उठाती है
माँ जैसे सिर पे अपने
जिम्मेदारियों का संसार उठाती है

चींटी कोशिश करती है
नाना भांति प्रकार
सामने ज़ब होती उसके
चुनौतियों की ललकार
एक बार में उठता नहीं
तो सौ बार उठाती है
माँ जैसे सिर पे अपने
जिम्मेदारियों का संसार उठाती है

चुनौतियाँ रह -रह कर
चींटी से रंजिश करती हैं
फिर भी हार न मानती चींटी
कोशिश पर कोशिश करती है
चुनौतियों से भिड़ जाने को
चींटी औजार उठाती है
माँ जैसे सिर पे अपने
जिम्मेदारियों का संसार उठाती है

चींटी बढ़ती जाती है आगे
साथ कई गुना भार लिए
उस भार ने भी अनेकों बार
चींटी पर हैं प्रहार किए
देखो हौसला नन्ही चींटी का
जो तनिक भी न डगमगाती है
माँ जैसे सिर पे अपने
जिम्मेदारियों का संसार उठाती है
-सिद्धार्थ गोरखपुरी

Language: Hindi
Tag: गीत
442 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अक्सर लोग सोचते हैं,
अक्सर लोग सोचते हैं,
करन ''केसरा''
"शाही व्यंजन"
Dr. Kishan tandon kranti
3587.💐 *पूर्णिका* 💐
3587.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अपना पन तो सब दिखाते है
अपना पन तो सब दिखाते है
Ranjeet kumar patre
चंद शेर
चंद शेर
Shashi Mahajan
निंदा वही लोग करते हैं, जिनमें आत्मविश्वास का
निंदा वही लोग करते हैं, जिनमें आत्मविश्वास का
Dr fauzia Naseem shad
डॉ ऋषि कुमार चतुर्वेदी (श्रद्धाँजलि लेख)
डॉ ऋषि कुमार चतुर्वेदी (श्रद्धाँजलि लेख)
Ravi Prakash
मैं तुम्हें यूँ ही
मैं तुम्हें यूँ ही
हिमांशु Kulshrestha
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
She never apologized for being a hopeless romantic, and endless dreamer.
Manisha Manjari
रे मन  अब तो मान जा ,
रे मन अब तो मान जा ,
sushil sarna
रामचरितमानस और गीता गाएंगे
रामचरितमानस और गीता गाएंगे
राधेश्याम "रागी"
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
यादों की किताब बंद करना कठिन है;
Dr. Upasana Pandey
*पिता का प्यार*
*पिता का प्यार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
फ़साने
फ़साने
अखिलेश 'अखिल'
दिल धोखे में है
दिल धोखे में है
शेखर सिंह
■ स्लो-गन बोले तो धीमी बंदूक। 😊
■ स्लो-गन बोले तो धीमी बंदूक। 😊
*प्रणय प्रभात*
हमसफ़र बन जाए
हमसफ़र बन जाए
Pratibha Pandey
यूं मुहब्बत में सब कुछ हारने वालों,
यूं मुहब्बत में सब कुछ हारने वालों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
उसे लगता है कि
उसे लगता है कि
Keshav kishor Kumar
ज्ञान से शिक्षित, व्यवहार से अनपढ़
ज्ञान से शिक्षित, व्यवहार से अनपढ़
पूर्वार्थ
ईश्वर की अजीब लीला है...
ईश्वर की अजीब लीला है...
Umender kumar
संतोष
संतोष
Manju Singh
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
दुखांत जीवन की कहानी में सुखांत तलाशना बेमानी है
Guru Mishra
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
क्यों खफा है वो मुझसे क्यों भला नाराज़ हैं
VINOD CHAUHAN
बेटी दिवस मनाने का लाभ तभी है ,
बेटी दिवस मनाने का लाभ तभी है ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
❤️एक अबोध बालक ❤️
❤️एक अबोध बालक ❤️
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सावन
सावन
Bodhisatva kastooriya
दिल जीतने की कोशिश
दिल जीतने की कोशिश
Surinder blackpen
गुमनाम ज़िन्दगी
गुमनाम ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...