चिड़िया
चिड़िया रानी
चिड़िया रानी कहे कहानी
आँखों में सपने पानी पानी
आँगन की है शोभा ये तो
घर की चहल पहल
उड़ जाना है उसे एक दिन
पिय के शीश महल
बाधाओं से कब है हारी
बाबुल की ये राजदुलारी
चिड़िया रानी कहे कहानी
है जाना उसको दूर तलक
रोशन करने हर कोना
भीगे डैनों में बसा फलक
चाहे वो सूरज होना
कदम कदम पर बरसे पानी
बची है हिम्मत और रवानी
चिड़िया रानी कहे कहानी
नीड़ उड़ गए तूफानों में
सपनें उजड़ गए
कल तक साथ चले थे जो
वो संगी बिछड़ गए
एक हौसला बचा हुआ है
उड़ने की है ठानी
चिड़िया रानी कहे कहानी
अल्पना