चिड़िया रानी
तिनका खूब लाती चिड़िया,
घोंसला मस्त बनाती चिड़िया।
दाना ढूढ़ने निकली चिड़िया,
मिल बैठ के खाती चिड़िया।
देख परछायी अपनी चिड़िया,
फुदक फुदक नहाई चिड़िया।
चोंच डुबा के पीती चिड़िया,
झूम झूम के नाचती चिड़िया।
पंख फैलाकर बैठी चिड़िया,
धूप की आनंद लेती चिड़िया।
पीली रंग की सुंदर चिड़िया,
मन लुभाती प्यारी चिड़िया।
चूँ चूँ-चूँ चूँ करती चिड़िया,
फुर्र फुर्र उड़ती चिड़िया।
देखो मन को भाती चिड़िया,
प्रेम की रीत बताती चिड़िया।
बैठी डाल पर प्यारी चिड़िया,
खूब सयानी अपनी चिड़िया।
फूल देख अँगड़ाई चिड़िया,
आसमान में मंडराई चिड़िया।
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रचनाकार डिजेन्द्र कुर्रे”कोहिनूर”
पिपरभावना, बलौदाबाजार(छ.ग.)
मो. 8120587822