चिडिया
चू चू कर कलरव करती चिड़िया।
सबका मन मोहती चिड़िया। ।
सूरज के आने से पहले।
सुवह सुवह उठती चिड़िया। ।
आकर वह मेरे घर में।
बिखरे दाने खाती है।।
खुश रखती हमेशा सबको।
सबके मन में चाह बढाती। ।
फूदक फूदक कर चलती फिरती।
ये सबका मन हर्षाती।।
मेरा मन यह चाह रहा।
घर में इनको राखू।
सुबह शाम खेलू में। ।
फूदक फूदक कर नाचू गाऊ। ।
सखी इन्हे अच्छी बनाऊ।।