Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 May 2024 · 1 min read

चिड़िया ( World Sparrow Day )

डाल-डाल पात-पात पर,
चिड़िया कैसे चहक रही है,
नील गगन के बादलों पर,
परियों जैसी डोल रही है ।

नहीं उसे किसी का भय,
न सोने की चिंता,
न उठने का समय,
हैं उसके अपने गीत अपनी लय।

आज़ादी से उड़ती रहती,
उस पर कोई रोक नहीं,
छोटे से घोंसले में रहती,
जिसे उसका कोई ग़म-शोक नहीं ।

बरसे पानी तो छम-छम नाचे,
उछले इधर-उधर जैसे धरती को नापे,
दाना जो देते वो इनको भाते,
ऐसों के आजीवन गुण गाते ।

हर मौसम में है गाती ,
मस्ती का पाठ पढ़ाती,
फूल-पेड़ों की सखी कहलाती,
दूर-दूर की उन्हें ख़बर सुनाती।

है छोटी सी पर उड़ान बड़ी,
चहकती रहती हर घड़ी,
घर इनका पेड़ों की टहनियों टेढ़ी-मेढ़ी,
न बाँध सकी इनको कोई बेड़ी।

जग इसको सारा अपना सा लागे,
नहीं प्रभु से कुछ और माँगे,
सुन इसकी सरगम हम प्रात: जागें,
देख भोली चिड़िया को जीवन से सब दुख भागें।

इंदु नांदल विश्व रिकॉर्ड होल्डर
इंडोनेशिया
स्वरचित

Language: Hindi
2 Likes · 61 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Indu Nandal
View all
You may also like:
नारी शक्ति
नारी शक्ति
राधेश्याम "रागी"
2
2
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मेरे पास नींद का फूल🌺,
मेरे पास नींद का फूल🌺,
Jitendra kumar
गांधी होने का क्या अर्थ है?
गांधी होने का क्या अर्थ है?
Aman Kumar Holy
श्री गणेशा
श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
4561.*पूर्णिका*
4561.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
पल
पल
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
*प्रभु पाने की विधि सरल ,अंतर के पट खोल(कुंडलिया)*
*प्रभु पाने की विधि सरल ,अंतर के पट खोल(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
हमारा प्यार
हमारा प्यार
Dipak Kumar "Girja"
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
Raju Gajbhiye
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हार से डरता क्यों हैं।
हार से डरता क्यों हैं।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
प्रेम चेतना सूक्ष्म की,
प्रेम चेतना सूक्ष्म की,
sushil sarna
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
আমায় নূপুর করে পরাও কন্যা দুই চরণে তোমার
Arghyadeep Chakraborty
पता ना चला
पता ना चला
Dr. Kishan tandon kranti
গাছের নীরবতা
গাছের নীরবতা
Otteri Selvakumar
दाग
दाग
Neeraj Agarwal
■ मिथक के विरुद्ध मेरी सोच :-
■ मिथक के विरुद्ध मेरी सोच :-
*प्रणय*
राम का चिंतन
राम का चिंतन
Shashi Mahajan
खुशी -उदासी
खुशी -उदासी
SATPAL CHAUHAN
बिन परखे जो बेटे को हीरा कह देती है
बिन परखे जो बेटे को हीरा कह देती है
Shweta Soni
कामनाओं का चक्र व्यूह
कामनाओं का चक्र व्यूह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मासुमियत है पर मासुम नहीं ,
मासुमियत है पर मासुम नहीं ,
Radha Bablu mishra
कैसा होगा मेरा भविष्य मत पूछो यह मुझसे
कैसा होगा मेरा भविष्य मत पूछो यह मुझसे
gurudeenverma198
What strange things did Modi Ji say on foreign soil? The ear
What strange things did Modi Ji say on foreign soil? The ear
DrLakshman Jha Parimal
सन्तुलित मन के समान कोई तप नहीं है, और सन्तुष्टि के समान कोई
सन्तुलित मन के समान कोई तप नहीं है, और सन्तुष्टि के समान कोई
ललकार भारद्वाज
अहसास
अहसास
Sangeeta Beniwal
रिश्तों में झुकना हमे मुनासिब लगा
रिश्तों में झुकना हमे मुनासिब लगा
Dimpal Khari
तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत
तपन ने सबको छुआ है / गर्मी का नवगीत
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...