Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
ओंकार मिश्र
10 Followers
Follow
Report this post
6 Nov 2024 · 1 min read
चिंतन…
चिंतन के सुधरने से जीवन सुधरता है।
चिंतन की विकृत्ति से समस्यासे बढ जाती है।।
Tag:
Quotation
,
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 25 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
यहां लोग सिर्फ़ औकात देखते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
एक वक्त था जब मंदिर ने लोग आरती में हाथ जोड़कर और माथा झुकाक
पूर्वार्थ
" सितारे "
Dr. Kishan tandon kranti
Below the earth
Shweta Soni
अब छोड़ जगत क्षआडंबर को।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ସାଧୁ ସଙ୍ଗ
Bidyadhar Mantry
*कुंडी पहले थी सदा, दरवाजों के साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मंजिल के जितने नजदीक होगें , तकलीफ़ें और चुनौतियां उतनी ज्या
Lokesh Sharma
रुपया दिया जायेगा,उसे खरीद लिया जायेगा
Keshav kishor Kumar
द्रौपदी ने भी रखा था ‘करवा चौथ’ का व्रत
कवि रमेशराज
सन्तुलित मन के समान कोई तप नहीं है, और सन्तुष्टि के समान कोई
ललकार भारद्वाज
प्रेम तुझे जा मुक्त किया
Neelam Sharma
बहुत खुश था
VINOD CHAUHAN
ଏହା କୌଣସି ପ୍ରଶ୍ନ ନୁହେଁ, ଏହା ଏକ ଉତ୍ତର ।
Otteri Selvakumar
तारे हैं आसमां में हजारों हजार दोस्त।
सत्य कुमार प्रेमी
" हमारी टिप्पणियाँ "
DrLakshman Jha Parimal
..
*प्रणय*
राखी का मोल🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
वर्तमान लोकतंत्र
Shyam Sundar Subramanian
World Temperance & National No sugar day 3 October
Rj Anand Prajapati
जो लिखा है
Dr fauzia Naseem shad
भवप्रीता भवानी अरज सुनियौ...
निरुपमा
*****देव प्रबोधिनी*****
Kavita Chouhan
4749.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शादी ..... एक सोच
Neeraj Agarwal
चलो रे काका वोट देने
gurudeenverma198
सज्जन से नादान भी, मिलकर बने महान।
आर.एस. 'प्रीतम'
अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
विजय कुमार अग्रवाल
कोई तो डगर मिले।
Taj Mohammad
मन्नतों के धागे होते है बेटे
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
Loading...