चाह किनारे की
दिनांक 19/6/19
चलता चल
राह ताल तलैया
पास किनारा
दूर किनारा
भटकती है नैया
हिम्मत साथी
उड़ता पंछी
ढूंढता है मुकाम
मिलता तट
न भटकाव
न कोई इन्तजार
मिला किनारा
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल
दिनांक 19/6/19
चलता चल
राह ताल तलैया
पास किनारा
दूर किनारा
भटकती है नैया
हिम्मत साथी
उड़ता पंछी
ढूंढता है मुकाम
मिलता तट
न भटकाव
न कोई इन्तजार
मिला किनारा
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल