चाहिए जिन हाथो में किताबे वहा पत्थर होता है -आर के रस्तोगी
कुत्ता बेजुबान होकर भी,वह वफ़ादार होता है
इंसान में जुबान होकर भी,वह बेवफादार होता है
चाहिए जिन हाथो में किताबे,वहा पत्थर होता है
रोके जो भी सैनिक उनको,वह गुनाहगार होता है
करे जो मुल्क की खिलाफत,वह गद्दार होता है
करे जो मुल्क की हिफाजत,वह पहरेदार होता है
करे न कोई काम मुल्क के लिये वह बेकार होता है
करे जो चारो तरफ चौकसी, वह पहरेदार होता है
करे कोई काम बन्दा छोटा बड़ा वह रोजगार होता है
मिले न कोई काम किसी को वह बेरोजगार होता है
रस्तोगी लिख अच्छी गजल, उसका कुछ तो असर होता है
करता है जो काम मेहनत से,उसका काम असरदार होता है
आर के रस्तोगी
मो 9971006425