चाहत
चाहत न हो जब तक, यूं ही मुलाकात नहीं होती
धड़कता दिल न जब तक, दिल की बात नहीं होती
तलबगार न हो जब तक ,…..दो दिल इक दूजे का
उल्फत की यूं ही बेवजह ,…….शुरुआत नहीं होती
रीता यादव
चाहत न हो जब तक, यूं ही मुलाकात नहीं होती
धड़कता दिल न जब तक, दिल की बात नहीं होती
तलबगार न हो जब तक ,…..दो दिल इक दूजे का
उल्फत की यूं ही बेवजह ,…….शुरुआत नहीं होती
रीता यादव