चार दिन की जिंदगी
चार दिन की जिंदगी है खुल के जियो,
इसी विचार ने उन्हें निकम्मा बना दिया।
जब पांचवें दिन मरना ही है, तो ऐसी ऐश की,
कि चार दिन में पूरा घर खाली कर दिया।
अब फिरते हैं दरबदर खाली जेबें लेकर,
चार दिन की जिंदगी ने उन्हें 40 का बना दिया।