चाय!
चाय की चमक, मिठास से भरी,
धूप में लिपटी, ठंडक सी बिखरी।
कदमों की धूप में, बूंदें खिल जाएं,
चाय के साथ, हर पल यादगार बन जाएं।
चाय की बूंदों में छुपा है आसमान का रंग,
धूप की किरणों से सजा है हर एक दृश्य संग।
मिलता है ठंडक, हर एक पल में चाय का मजा,
चाय पीने की रोज होती है कोई न कोई वजह।
दोस्तों की बैठकों में, चाय है सच्चा साथ,
एक कप की चाय से ही दिल की सारी बात।
गरमा गरम चाय, दिल को छू जाए,
साथ बैठकर चाय लेने का सुकून मिल पाए।
चाय की महक, कप में छाई,
सुबह की ठंडक, चाय से है पाई।
धूप का साथ, बिताता है साया,
चाय की मिठास ने, हर दर्द भूलाया।