चाय कलियुग का वह अमृत है जिसके साथ बड़ी बड़ी चर्चाएं होकर बड
चाय कलियुग का वह अमृत है जिसके साथ बड़ी बड़ी चर्चाएं होकर बड़े बड़े फैसले ले लिए जाते हैं,बड़ी बड़ी समस्याएं हल हो जाती हैं।आम व खास के साथ चाय भेद भाव नहीं करती और दोनों को ताजगी प्रदान करती है परंतु आजकल अदरक के मिजाज के कारण चाय अपनी समस्या नहीं हल कर पा रही। बेस्वाद होकर अवसाद में जा रही है।
ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम