चायना हो गया है हायना
चायना हो गया है हायना, सीमाओं पर चांय चांय करता है
जब देखो तब सीमा रेखा पर,आंय बांय करता है
शायद घमंड है उसको, अपनी बड़ी सेनाओं पर
इसलिए उलझता रहता है,हर किसी से अक्सर
पर ध्यान रखना,सहन करने की भी कोई सीमा होती है
अगर सीमा टूट गई, फिर गिनती भी नहीं होती है
फिर तो आर पार की ही होती है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी