Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Jul 2024 · 1 min read

“चाटुकारिता में दिन गुज़रे, सुखद स्वप्न में बीते रात।

“चाटुकारिता में दिन गुज़रे, सुखद स्वप्न में बीते रात।
इससे आगे और नहीं है, बगुला-भक्तों की औक़ात।।”

🙅प्रणय प्रभात🙅

2 Likes · 34 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर
ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
जो न चाहे दिल वही अपनाना पड़ता है यहाॅं
जो न चाहे दिल वही अपनाना पड़ता है यहाॅं
Manoj Mahato
अंधभक्ति
अंधभक्ति
मनोज कर्ण
शनिवार
शनिवार
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
आपका ही ख़्याल
आपका ही ख़्याल
Dr fauzia Naseem shad
शाइरी ठीक है जज़्बात हैं दिल के लेकिन
शाइरी ठीक है जज़्बात हैं दिल के लेकिन
Neeraj Naveed
मज़दूर दिवस विशेष
मज़दूर दिवस विशेष
Sonam Puneet Dubey
होरी के हुरियारे
होरी के हुरियारे
Bodhisatva kastooriya
पेड़ों से अगर हमें वाई फाई सिग्नल मिलता तो हर घर के सामने हो
पेड़ों से अगर हमें वाई फाई सिग्नल मिलता तो हर घर के सामने हो
Ranjeet kumar patre
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
कुछ लोग कहते है की चलो मामला रफा दफ़ा हुआ।
Ashwini sharma
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
लागे न जियरा अब मोरा इस गाँव में।
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
यह अपना धर्म हम, कभी नहीं भूलें
यह अपना धर्म हम, कभी नहीं भूलें
gurudeenverma198
"Awakening by the Seashore"
Manisha Manjari
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
वो अपनी जिंदगी में गुनहगार समझती है मुझे ।
शिव प्रताप लोधी
*देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो*
*देकर ज्ञान गुरुजी हमको जीवन में तुम तार दो*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
संविधान को अपना नाम देने से ज्यादा महान तो उसको बनाने वाले थ
संविधान को अपना नाम देने से ज्यादा महान तो उसको बनाने वाले थ
SPK Sachin Lodhi
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
बहुत दिनों के बाद दिल को फिर सुकून मिला।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
World Dance Day
World Dance Day
Tushar Jagawat
मां🙇🥺❤️
मां🙇🥺❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Hard To Love
Hard To Love
Vedha Singh
बदल चुका क्या समय का लय?
बदल चुका क्या समय का लय?
Buddha Prakash
आदिवासी कभी छल नहीं करते
आदिवासी कभी छल नहीं करते
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
दिये को रोशननाने में रात लग गई
दिये को रोशननाने में रात लग गई
कवि दीपक बवेजा
मेरा गांव
मेरा गांव
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*समय की रेत ने पद-चिन्ह, कब किसके टिकाए हैं (हिंदी गजल)*
*समय की रेत ने पद-चिन्ह, कब किसके टिकाए हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
आपन गांव
आपन गांव
अनिल "आदर्श"
स्वयं को
स्वयं को "अद्यतन" रखने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है "अध्ययन।"
*प्रणय प्रभात*
सुकून
सुकून
Neeraj Agarwal
जीवनमंथन
जीवनमंथन
Shyam Sundar Subramanian
ग़लती कर रहे कि सही,
ग़लती कर रहे कि सही,
Ajit Kumar "Karn"
Loading...