चांद पर आक्सीजन
दूज, चौथ, चौदहवीं या पूर्णिमा का चांद
खूबसूरती दिलकश न पूजा व्रत का चांद,
चरखा चलाती बुढिया न दाग धब्बे का चांद
बच्चों की कहानी न प्रेमी-प्रेमिका का चांद।
आस्ट्रेलियाई स्पेश एजेंसी और नासा का चांद
वैज्ञानिक संस्थाओ और सरकारों का चांद ,
खोज पे पैसा लगाने वाले देशों का का चांद
वहां धरती पर कालोनी बनाने वालो का चांद।
पानी है आक्सीजन भी, क्या कहने है ! चांद
तकनीक उर्जा बेल्जियम से आ रही है चांद,
कई करोड़ लोग लें सासें लाखों सालों तक
खनिज सूक्ष्म जीव भी बसते, वाह-वाह चांद।
थोड़ा कठिन है सम्भावना अधिक है चांद
बसेगी नई दुनियां तेरी धरती पे सुनो चांद,
कविता मिसाल खूबसूरत न बच्चों के मामा
देश एक या अनेक बनेगें तुझ पे, बोलो चांद।
– चांद पर आक्सीजन धरती की सतह के नीचे।
स्वरचित मौलिक सर्वाधिकार सुरक्षित
अश्वनी कुमार जायसवाल कानपुर 9044134297