चाँद
🌚🌙चाँद🌚🌙
आधा निकले या पूरा
चाँद होता है चाँदनी बिन अधूरा
लगता है खूब खूबसूरत
चाहे निकले आधाचाहे निकले पूरा।
जैसे चाँद के बिन रात का होना है अधूरा
वैसे ही हमारा जीवन भी इनके बिन है अधूरा।
जैसे रात की खूबसूरती सिर्फ चाँद से है
चाँद न हो तो रात अँधेरी काली रात हो
चाँद की चाँदनी ही रात को खूबसूरत बनाती है
मीठी चाँद की रोशनी सबके दिलों को लुभाती है
तुम्हें देख लो दोस्त क्या है इंसान की हस्ती,
ये तो बेरहम पत्थर की दुनिया है
जो किसी के जज्बात नहीं समझती
दिल में क्या है वो बात नहीं समझती
तन्हा तो चाँद भी सितारों के बीच है
पर चाँद का दर्द वो रात नहीं समझती।
ऐ चाँद मैं चाहूँ तो तुझे चुरा लू ..
दुनिया की नज़रों से तुझको छुपा लू !
देदू इतना प्यार तुझे मैं
धरती और अम्बर की दूरी मिटा दू !
इतनी बातें तुझसे करलू !
रात का तुझको साथी चुन लू !
साथ में तेरे मिलके ऐ चाँद
दुनिया की मैं सैर करलू !
चाँदनी को तेरी अपना गहना बना लूं !
शीतलता को अपने मन में बसा लूं !
मान लू अपना चाँद तुझे मैं
और तुझको अपने माथे पे सजा लूं।