चाँद (हाइकू )
1
चाँद पर मैं
बना के एक बस्ती
संग रहूँगी
2
कर सिंगार
झिलमिल तारों काँ
मुस्कराऊँ मै
3
श्वेतवर्णी हो
धवल चन्दिका में
आसमां साफ
4
चाँद आगोश
में भर चाँदनी को
गहन निशा
5
चाँदनी भाव
विभोर हो कहने
चाँद से लगी
6
प्रिय बहुत
विशाल असीमित
नभ की दूरी
7
होती अकेली
मैं विस्त्तृत नभ में
डर जाती हूँ
8
बाहुँ पाश में
न बाँध पाऊँ चाँद
हो जाते दूर
डॉ मधु त्रिवेदी