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18 Dec 2018 · 1 min read

चाँद-क्षणिकाएं

1
आसमान का चाँद
चितकबरा है
पर,उसमें
अमृत भरा है
तो क्या?
कितने बेदाग
चाँद लिये
हमारी धरा है।
2
कल देखा
नितदिन रूपांतरित होता
शून्य-सा चाँद
एक मृगछौने-सा
बड़ा सलोना है
शायद,इसीलिए
जगत में
चाँद एक खिलौना है।
-©नवल किशोर सिंह

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 562 Views
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