Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Jun 2024 · 2 min read

चश्मा साफ़ करते हुए उस बुज़ुर्ग ने अपनी पत्नी से कहा :- हमार

चश्मा साफ़ करते हुए उस बुज़ुर्ग ने अपनी पत्नी से कहा :- हमारे ज़माने में मोबाइल नहीं थे।

पत्नी
पर ठीक 5 बजकर 55 मिनट पर मैं पानी का ग्लास लेकर दरवाज़े पे आती और आप आ पहुँचते।

पति
मैंने तीस साल नौकरी की पर आज तक मैं ये नहीं समझ पाया कि मैं आता इसलिए तुम पानी लाती थी या तुम पानी लेकर आती थी इसलिये मैं आता था।

पत्नी
हाँ… और याद है.. तुम्हारे रिटायर होने से पहले जब तुम्हें डायबीटीज़ नहीं थी और मैं तुम्हारी मनपसन्द खीर बनाती तब तुम कहते कि आज दोपहर में ही ख़्याल आया कि खीर खाने को मिल जाए तो मज़ा आ जाए..।

पति
हाँ… सच में…ऑफ़िस से निकलते वक़्त जो भी सोचता, घर पर आकर देखता कि तुमने वही बनाया है..।

पत्नी
और तुम्हें याद है, जब पहली डिलीवरी के वक़्त मैं मैके गई थी और जब दर्द शुरु हुआ मुझे लगा काश तुम मेरे पास होते और घंटे भर में तो जैसे कोई ख़्वाब हो…तुम मेरे पास थे..।

पति
हाँ… उस दिन यूँ ही ख़्याल आया कि ज़रा देख लूँ तुम्हें..।

पत्नी
और जब तुम मेरी आँखों में आँखें डाल कर कविता की दो लाइनें बोलते…

पति
हाँ और तुम शरमा के पलकें झुका देती और मैं उसे कविता की ‘लाइन’ समझता…

पत्नी
और हाँ जब दोपहर को चाय बनाते वक़्त मैं थोड़ा जल गई थी और उसी शाम तुम बर्नोल की ट्यूब अपनी ज़ेब से निकाल कर बोले, इसे अलमारी में रख दो…

पति
हाँ… पिछले दिन ही मैंने देखा था कि ट्यूब ख़त्म हो गई है। पता नहीं कब ज़रूरत पड़ जाए, यही सोच कर मैं ट्यूब ले आया था…

पत्नी
तुम कहते आज ऑफ़िस के बाद तुम वहीं आ जाना। सिनेमा देखेंगे और खाना भी बाहर खा लेंगे…

पति
और जब तुम आती तो जो मैंने सोच रखा हो तुम वही साड़ी पहन कर आती…

फिर नज़दीक जा कर उसका हाथ थाम कर कहा- हाँ, हमारे ज़माने में मोबाइल नहीं थे, पर हम दोनों थे।

पत्नी
आज बेटा और उसकी बहू साथ तो होते हैं पर बातें नहीं, व्हाट्सएप होता है, लगाव नहीं टैग होता है, केमिस्ट्री नहीं कमेन्ट होता है, लव नहीं लाइक होता है, मीठी नोकझोंक नहीं अनफ़्रेन्ड होता है, उन्हें बच्चे नहीं कैन्डीक्रश सागा, टैम्पल रन और सबवे सर्फ़र्स चाहिए।

पति
छोड़ो ये सब बातें, हम अब Vibrate Mode पर हैं, हमारी Battery भी 1 लाइन पे है।

अरे!!! कहाँ चली?

पत्नी
चाय बनाने…

पति
अरे… मैं कहने ही वाला था कि चाय बना दो ना…

पत्नी
पता है, मैं अभी भी कवरेज क्षेत्र में हूँ और मैसेज भी आते हैं…

दोनों हँस पड़े

पति
हाँ, हमारे ज़माने में मोबाइल नहीं थे…

वाक़ई बहुत कुछ छुट गया और बहुत कुछ छुट जायेगा। शायद हम अंतिम पीढ़ी हैं जिसे प्रेम, स्नेह, अपनेपन ,सदाचार और सम्मान का प्रसाद वर्तमान पीढ़ी को बाँटना पड़ेगा। जरूरी भी है।
To Every Lovely Couple.
***********************

1 Like · 122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
फ़ैसले का वक़्त
फ़ैसले का वक़्त
Shekhar Chandra Mitra
वो तमन्नाएं भी ज़िद पे उतर आईं हैं,
वो तमन्नाएं भी ज़िद पे उतर आईं हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4266.💐 *पूर्णिका* 💐
4266.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
शिद्दतों   का    ख़ुमार    है   शायद,
शिद्दतों का ख़ुमार है शायद,
Dr fauzia Naseem shad
जय महादेव
जय महादेव
Shaily
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मसला ये नहीं कि लोग परवाह नहीं करते,
मसला ये नहीं कि लोग परवाह नहीं करते,
पूर्वार्थ
भूमि दिवस
भूमि दिवस
SATPAL CHAUHAN
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
विचारों की रोशनी
विचारों की रोशनी
Dr. Kishan tandon kranti
मेहनत कर तू फल होगा
मेहनत कर तू फल होगा
Anamika Tiwari 'annpurna '
तुझसे लिपटी बेड़ियां
तुझसे लिपटी बेड़ियां
Sonam Puneet Dubey
🙅अहम सवाल🙅
🙅अहम सवाल🙅
*प्रणय*
Life
Life
Neelam Sharma
पीड़ाएं सही जाती हैं..
पीड़ाएं सही जाती हैं..
Priya Maithil
बेज़ार सफर (कविता)
बेज़ार सफर (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा
Dr Archana Gupta
सलीका शब्दों में नहीं
सलीका शब्दों में नहीं
उमेश बैरवा
सौन्दर्य, समय, सुख-दुख, प्रेम और....
सौन्दर्य, समय, सुख-दुख, प्रेम और....
इशरत हिदायत ख़ान
*गणेश चतुर्थी*
*गणेश चतुर्थी*
Pushpraj Anant
क्षितिज पार है मंजिल
क्षितिज पार है मंजिल
Atul "Krishn"
#शीर्षक-प्यार का शक्ल
#शीर्षक-प्यार का शक्ल
Pratibha Pandey
बिना जिसके न लगता दिल...
बिना जिसके न लगता दिल...
आर.एस. 'प्रीतम'
ఓ యువత మేలుకో..
ఓ యువత మేలుకో..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
कृष्णकांत गुर्जर
नश्वर संसार
नश्वर संसार
Shyam Sundar Subramanian
गलत विचार और गलत काम पर कितने भी दिग्गज लोग काम करें असफल ही
गलत विचार और गलत काम पर कितने भी दिग्गज लोग काम करें असफल ही
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
नवगीत : अरे, ये किसने गाया गान
नवगीत : अरे, ये किसने गाया गान
Sushila joshi
कुछ...
कुछ...
Naushaba Suriya
पत्थर
पत्थर
manjula chauhan
Loading...