चल अकेला
✒️📙जीवन की पाठशाला 📖🖋️
🙏 मेरे सतगुरु श्री बाबा लाल दयाल जी महाराज की जय 🌹
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जब आपकी ट्रैन स्पीड से दौड़ रही होती है तो हर कोई सफर का भरपूर आनंद लेता है लेकिन जैसे ही किसी कारणवश ट्रैन रुकी और ज्यादा लम्बा इंतजार हो गया वही आनंद लेने वाले लोग तरह तरह की अनर्गल बातें करने लग जाते हैं ,ठीक यही हाल हमारी आपकी जिंदगी का भी है जब तक सही बहुत अच्छे जहाँ थमे वहीँ ….,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की कई मर्तबा जिंदगी में उस शमशान की तरह ऐसा वक़्त भी आ जाता है जहाँ आपके अपने पराये नाते रिश्तेदार मित्र बंधू तो बहुत होते हैं पर सब छोड़ कर जाने के लिए…फिर एक गीत याद आता है …चल अकेला ..चल अकेला ..तेरा मेला पीछे छूटा रही चल अकेला …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जीते जी और सामने अक्सर दोष ढूंढते हैं लोग -कोसते हैं लोग और दूर होते ही या इस जहाँ से रुखसत होते ही ..कुछ भी कहो उसमें ये खूबी थी -खरा कहता था पर सही कहता था और ना जाने क्या क्या कशीदे पड़ते हैं लोग ..
आखिर में एक ही बात समझ आई की जिंदगी रोज नित प्रतिदिन प्रति पल एक नया ख्वाब देखती है ,आकांक्षाएं -इच्छाएं -महत्वकांक्षायें बढ़ती ही जाती हैं और मजे की बात कोई इस दरवाजे को बंद भी नहीं करना चाहता …!
AFFIRMATIONS:
1-I embrace joy in my life…
2-I am Happy
3-I am Healthy
4-All is well in my life
5-I am always think positive
बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱