चलो हम प्रेम का आगाज़ करते हैं
चलो हम प्रेम का , आगाज़ करते है
ना हिले लब , कुछ ऐसे बात करते है
भुला दे तू ज़माना के सभी बंधन मेरी जानम
दिया और बात है हम तुम ,मिलकर साथ जलते है
प्रज्ञा गोयल ©® (लय बध)
चलो हम प्रेम का , आगाज़ करते है
ना हिले लब , कुछ ऐसे बात करते है
भुला दे तू ज़माना के सभी बंधन मेरी जानम
दिया और बात है हम तुम ,मिलकर साथ जलते है
प्रज्ञा गोयल ©® (लय बध)