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3 Apr 2022 · 1 min read

चलो वक्त से दो चार हो जाए

दुख पीड़ा सब पार हो जाए
चलो वक्त से दो चार हो जाए
सोच रहा क्या दिल ही दिल में
जीवन कैसे गुलजार हो जाए
चलो वक्त से दो चार हो जाए
माना कि वक्त तेज चलता है
ये पीछे छोड़ आगे चलता है
जरा सी तेज रफ्तार हो जाए
चलो वक्त से दो चार हो जाए
जज्बा तुझे आज जगाना होगा
अभी और हौंसला लाना होगा
चाहे अब वार पे वार हो जाए
चलो वक्त से दो चार हो जाए
कर्म का फल तुमको मिलना है
दो चार कदम ये और चलना है
‘विनोद’ये हंसी संसार हो जाए
चलो वक्त से दो चार हो जाए

Language: Hindi
1 Like · 182 Views
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