चलो रे काका वोट देने
(शेर)- भूलना नहीं मतदाताओं तुम, अपना मतदान करना।
करके अपना मतदान तुम, लोकतंत्र को मजबूत करना।।
बहुत अनमोल है वोट तुम्हारा, तुम यह नहीं भूलना।
आकर किसी लालच में तुम, वोट का सौदा नहीं करना।।
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आया आया रे चुनाव का त्यौहार, चलो रे काका वोट देने।
लोकतंत्र में मिला है यह अधिकार, चलो री काकी वोट देने।।
आया आया रे चुनाव का —————————-।।
लोकतंत्र में जनता के द्वारा ही शासक बनता है।
जनता के ही वोट से, लोकतंत्र मजबूत बनता है।।
तुम्हारा वोट है लोकतंत्र की ताकत, चलो रे दादा वोट देने।
आया आया रे चुनाव का —————————।।
हम हैं किस्मत वाले जो, लोकतंत्र में जन्मे हैं।
सत्ता की चाबी और किस्मत, जनता के मत में है।।
तुम्हारा वोट है भारत की तकदीर, चलो री दादी वोट देने।
आया आया रे चुनाव का —————————-।।
नहीं बहाना ताऊ बनाओ, वोट नहीं देने का।
वोट देने ताई को भी, साथ लेकर चलने का।।
तुम्हारा वोट है बहुत ही अनमोल, चलो री भाभी वोट देने।
आया आया रे चुनाव का ————————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)