चलो मिल जाते हैं __ मुक्तक
चलो मिल जाते हैं, यह दूरियां मिटाते हैं।
बहुत सहा एकाकीपन अब एक हो जाते हैं।
बीते को भूल जाएं भविष्य के स्वप्न सजाएं,
एक दूजे के साथ ही अब शेष जीवन बिताते हैं।।
राजेश व्यास अनुनय
चलो मिल जाते हैं, यह दूरियां मिटाते हैं।
बहुत सहा एकाकीपन अब एक हो जाते हैं।
बीते को भूल जाएं भविष्य के स्वप्न सजाएं,
एक दूजे के साथ ही अब शेष जीवन बिताते हैं।।
राजेश व्यास अनुनय