@ चलो चलते है…….!
कल आया अंफान आज और एक तूफान भारी,
क्या ईश्वर इसी रूप में कर रहे प्रलय की तैयारी।
जागने का है वक़्त सही, जगाने की ही है तैयारी
मनुष्य के आकलन का अब नहीं होगा पलडा भारी।
जागो युवा अब समय नहीं ज्ञान से करो अपने को भारी
समय है अब डूबने का जहाज की क्यों है तैयारी।।
:– बिमल रजक