चलो कुछ दूर तलक चलते हैं
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं!
जहां पे सितारे फलक पलते हैं!!
दूरियाँ माप पलट नही जाना,
ऐसे यार मुझको बहुत खलते हैं!!
है विश्वास के सपने भी अधूरे,
फिर भी जाने क्यों पलटे हैं?
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं!
जहां पे सितारे फलक पलते हैं!!
दूरियाँ माप पलट नही जाना,
ऐसे यार मुझको बहुत खलते हैं!!
है विश्वास के सपने भी अधूरे,
फिर भी जाने क्यों पलटे हैं?