Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Dec 2020 · 1 min read

“चलो अच्छा है”

यह वक्त यूँ ही गुजर जाए तो भी चलो अच्छा है।
कुछ हस्ती अपनी बिखर जाए तो भी चलो अच्छा है।
जीता रहता हूँ हर वक्त इस नई उम्मीद के साथ।
आने वाला वक्त कुछ निखर जाए तो भी चलो अच्छा है।
सहता रहता हूँ जिंदगी के थपेड़ों को इस कदर कि।
जिंदगी कुछ पल तू ठहर जाए तो भी चलो अच्छा है
दर्द का एहसास कुछ इस कदर गुदगुदाता रहे।
इस दर्द के दरिया में उतर जाए तो भी चलो अच्छा है।
कभी तो आएगा एक दिन जिंदगी में नया सवेरा।
यह आस दिल में ठहर जाए तो भी चलो अच्छा है।
सुना है हर शाम ढलती है नए सवेरे के लिए।
जिंदगी की शाम ढल जाए तो भी चलो अच्छा है।

@सर्वाधिकार सुरक्षित
लेखक –
मनीष कुमार सिंह ‘राजवंशी’
असिस्टेंट प्रोफेसर
स0ब0 पी0 जी0 कॉलेज
बदलापुर , जौनपुर

Language: Hindi
8 Likes · 2 Comments · 334 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Pata to sabhi batate h , rasto ka,
Pata to sabhi batate h , rasto ka,
Sakshi Tripathi
जो लोग ये कहते हैं कि सारे काम सरकार नहीं कर सकती, कुछ कार्य
जो लोग ये कहते हैं कि सारे काम सरकार नहीं कर सकती, कुछ कार्य
Dr. Man Mohan Krishna
कोरे पन्ने
कोरे पन्ने
Dr. Seema Varma
*सावन झूला मेघ पर ,नारी का अधिकार (कुंडलिया)*
*सावन झूला मेघ पर ,नारी का अधिकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
■ 100% तौहीन...
■ 100% तौहीन...
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
रोजी रोटी
रोजी रोटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
The magic of your eyes, the downpour of your laughter,
The magic of your eyes, the downpour of your laughter,
Shweta Chanda
आंखों को मल गए
आंखों को मल गए
Dr fauzia Naseem shad
हर एक ईट से उम्मीद लगाई जाती है
हर एक ईट से उम्मीद लगाई जाती है
कवि दीपक बवेजा
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
कोई कैसे ही कह दे की आजा़द हूं मैं,
manjula chauhan
अपराध बोध (लघुकथा)
अपराध बोध (लघुकथा)
दुष्यन्त 'बाबा'
भगवान कहाँ है तू?
भगवान कहाँ है तू?
Bodhisatva kastooriya
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
gurudeenverma198
2687.*पूर्णिका*
2687.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
बीजारोपण
बीजारोपण
आर एस आघात
वसंत पंचमी
वसंत पंचमी
Dr. Vaishali Verma
मेरे मन के धरातल पर बस उन्हीं का स्वागत है
मेरे मन के धरातल पर बस उन्हीं का स्वागत है
ruby kumari
हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे
हम मोहब्बत की निशानियाँ छोड़ जाएंगे
Dr Tabassum Jahan
सृष्टि की उत्पत्ति
सृष्टि की उत्पत्ति
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
Taj Mohammad
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
ठहर ठहर ठहर जरा, अभी उड़ान बाकी हैं
Er.Navaneet R Shandily
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
Shweta Soni
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
बहुत वो साफ सुधरी ड्रेस में स्कूल आती थी।
विजय कुमार नामदेव
The destination
The destination
Bidyadhar Mantry
हर शख्स माहिर है.
हर शख्स माहिर है.
Radhakishan R. Mundhra
न कहर ना जहर ना शहर ना ठहर
न कहर ना जहर ना शहर ना ठहर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
अभिसप्त गधा
अभिसप्त गधा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
क्षितिज पार है मंजिल
क्षितिज पार है मंजिल
Atul "Krishn"
"प्रथम साहित्य सृजेता"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...