चले हम इक दिन जाएंगे __मुक्तक
न ऐसे हमको तड़पाओ रहम तो हम पर कुछ खाओ।
लड़ रहे हम गरीबी से न इस पर तोहमत लगाओ।।
चले हम इक दिन जाएंगे तुम्हें भी कहां यहां रहना।
आओ मिल बांट ले गम हम नीति यही अपनाओ।।
राजेश व्यास अनुनय
न ऐसे हमको तड़पाओ रहम तो हम पर कुछ खाओ।
लड़ रहे हम गरीबी से न इस पर तोहमत लगाओ।।
चले हम इक दिन जाएंगे तुम्हें भी कहां यहां रहना।
आओ मिल बांट ले गम हम नीति यही अपनाओ।।
राजेश व्यास अनुनय