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14 Dec 2017 · 1 min read

चले गये अंग्रेज तो, . छोड गए औलाद

हुई कलंकित उस समय ,…लोकतांत्रिक शान !
दिया सियासत मंद ने भी,जब जब तुच्छ बयान !!

चले गये अंग्रेज तो, . छोड गए औलाद !
लूट रहे हैं देश वे, सब बनकर सय्याद !!

रिश्ते वो जो वाकई,………होते हैं दमदार !
अपनेपन का कब करें,चिल्लाकर इजहार !!

सम्बन्धों में हो नहीं,…. .हरगिज वाद-विवाद !
अपशब्दों से हो सदा, कडुआ मुँह का स्वाद !!
रमेश शर्मा

Language: Hindi
1 Like · 273 Views
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