Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2022 · 1 min read

“चली ससुराल गुजरिया”

कछु सकुचात कछू शरमात, चली कहँ सुबकि गुजरिया,
सुपन सजाइकै सतरंगी मन, ओढ़े पियरि चुनरिया।

गाँठि बाँधि कै, जनम-जनम की, बनिकै नाव खेवैया,
धन्य जगत की रीति, चले लै सजनी, आज सँवरिया।

मातु-पिता, पीहर सँग छूटे , छूटे बहिनी-भय्या,
सखी-सहेली, गुड्डा-गुड़िया, कहँ वह छुपन-छुपैया।

झूला आम की डारन छूटौ, छुटि गए सुआ-चिरैया,
भूसी-चूनी कौन करै अब, छूटे हरहा-गैया।

सूनी छत अरु सूनो आँगन, सूनो तवा-कढ़ैया,
कौन लीपिहै, गोबर देहरी, को घर मिलै सजैया।

बूड़ि हिया, दुख कै हिचकोलन, अरु अनजान डगरिया,
नयन नीर सोँ भरत जात, कहुँ छलकि न जाय गगरिया।

भले साँझ है होत, चली परदेस, पिया की नगरिया,
हालति नथुनी मोरि, कहति, तनि धीरे चल रे बटोहिया।

“आशा” हिया सकाति, मिलै अब ढाढ़स कवन बँधइया,
करहिँ भलो सब राम, लगावहिँ पार, सबन की नय्या….!

—//——//——//——//——//——//—–

रचयिता-

Dr.asha kumar rastogi
M.D.(Medicine),DTCD
Ex.Senior Consultant Physician,district hospital, Moradabad.
Presently working as Consultant Physician and Cardiologist,sri Dwarika hospital,near sbi Muhamdi,dist Lakhimpur kheri U.P. 262804 M.9415559964

Language: Hindi
Tag: गीत
26 Likes · 30 Comments · 839 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
View all
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मां शारदे कृपा बरसाओ
मां शारदे कृपा बरसाओ
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
श्री राम के आदर्श
श्री राम के आदर्श
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"ईमानदारी"
Dr. Kishan tandon kranti
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
उस जैसा मोती पूरे समन्दर में नही है
शेखर सिंह
★डॉ देव आशीष राय सर ★
★डॉ देव आशीष राय सर ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
"जो खुद कमजोर होते हैं"
Ajit Kumar "Karn"
हमारा अपना........ जीवन
हमारा अपना........ जीवन
Neeraj Agarwal
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
लपेट कर नक़ाब  हर शक्स रोज आता है ।
लपेट कर नक़ाब हर शक्स रोज आता है ।
Ashwini sharma
मन की आंखें
मन की आंखें
Mahender Singh
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
वो दौर अलग था, ये दौर अलग है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वर्षा का तांडव हुआ,
वर्षा का तांडव हुआ,
sushil sarna
नादान था मेरा बचपना
नादान था मेरा बचपना
राहुल रायकवार जज़्बाती
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
जिक्र
जिक्र
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
राहें  आसान  नहीं  है।
राहें आसान नहीं है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*कभी पहाड़ों पर जाकर हिमपात न देखा क्या देखा (मुक्तक)*
*कभी पहाड़ों पर जाकर हिमपात न देखा क्या देखा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मासूम कोयला
मासूम कोयला
singh kunwar sarvendra vikram
जिस यात्रा का चुनाव
जिस यात्रा का चुनाव
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
3717.💐 *पूर्णिका* 💐
3717.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
अगीत कविता : मै क्या हूँ??
Sushila joshi
किस कदर
किस कदर
हिमांशु Kulshrestha
Freedom
Freedom
Shyam Sundar Subramanian
पीड़ाएँ
पीड़ाएँ
Niharika Verma
कविता -
कविता - "सर्दी की रातें"
Anand Sharma
हे ईश्वर
हे ईश्वर
Ashwani Kumar Jaiswal
आप हो न
आप हो न
Dr fauzia Naseem shad
আগামীকালের স্ত্রী
আগামীকালের স্ত্রী
Otteri Selvakumar
Loading...