चलकर जो..
चलकर जो थक गए
तो आराम है जरूरी ।
यह भी तो जिंदगी का
एक काम है जरूरी ।।
कोल्हू के बैल जैसे
चलने में फायदा क्या ।
कदमों के रास्तों पर
कुछ नाम है जरूरी ।।
अपनों को परखने में
कुछ हाथ न आएगा ।
नजरों से दे चुके जो
पैगाम है जरूरी ।।
सूरज को रोशनी की ।
होगी तलाश क्यूँ ।।
उसको सुबह जरूरी ।
और शाम है जरूरी ।।