चर्चाएं हैं तुम्हारे हुस्न के बाजार में,
चर्चाएं हैं तुम्हारे हुस्न के बाजार में,
कभी फुर्सत से मिलो इस प्रकाश से
तो बताए तुम्हें, कि लायक हो तुम कितने !!
चर्चाएं हैं तुम्हारे हुस्न के बाजार में,
कभी फुर्सत से मिलो इस प्रकाश से
तो बताए तुम्हें, कि लायक हो तुम कितने !!