*चरखा (बाल कविता)*
चरखा (बाल कविता)
चरखा गॉंधी जी को भाया
आजादी का शस्त्र बनाया
सूत कातना खूब सिखाया
अंग्रेजों को दूर भगाया
आओ चरखे के गुण गाओ
गॉंधी जी को शीश झुकाओ
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451
चरखा (बाल कविता)
चरखा गॉंधी जी को भाया
आजादी का शस्त्र बनाया
सूत कातना खूब सिखाया
अंग्रेजों को दूर भगाया
आओ चरखे के गुण गाओ
गॉंधी जी को शीश झुकाओ
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451