Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jul 2023 · 1 min read

चयन

कर्मनीति है जीवन नीति, जो प्रेम और समर्पण सिखाती है। राजनीति है सत्ता नीति , जो घृणा और घर्षण बढ़ाती है।

प्रेम का एक पल भी, जीवन में अमृत मिठास घोलता है।
सत्ता की लालच में मनुष्य, जीवनभर विछिप्त डोलता है।।

समर्पित भाव का मानव, सदा उत्कर्ष पाता है।
घृणा घर्षण में पड़कर वो, सदा संघर्ष पाता है।।

चयन करने का तो अधिकार, ईश्वर ने दिया तुमको।
चुना सत्कर्म यदि तुमने, यही सद्ज्ञान है तुमको।।

Language: Hindi
2 Likes · 91 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"लाभ का लोभ"
पंकज कुमार कर्ण
एकांत में रहता हूँ बेशक
एकांत में रहता हूँ बेशक
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
"आंखरी ख़त"
Lohit Tamta
पिता के पदचिह्न (कविता)
पिता के पदचिह्न (कविता)
गुमनाम 'बाबा'
*कॉंवड़ियों को कीजिए, झुककर सहज प्रणाम (कुंडलिया)*
*कॉंवड़ियों को कीजिए, झुककर सहज प्रणाम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बढ़ता उम्र घटता आयु
बढ़ता उम्र घटता आयु
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
देखिए खूबसूरत हुई भोर है।
देखिए खूबसूरत हुई भोर है।
surenderpal vaidya
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
Jitendra Chhonkar
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
*ये रिश्ते ,रिश्ते न रहे इम्तहान हो गए हैं*
Shashi kala vyas
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
इतना क्यों व्यस्त हो तुम
Shiv kumar Barman
गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता।
गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता।
Taj Mohammad
जीवन में समय होता हैं
जीवन में समय होता हैं
Neeraj Agarwal
" अकेलापन की तड़प"
Pushpraj Anant
पत्नी व प्रेमिका में क्या फर्क है बताना।
पत्नी व प्रेमिका में क्या फर्क है बताना।
सत्य कुमार प्रेमी
मोहब्बत के शरबत के रंग को देख कर
मोहब्बत के शरबत के रंग को देख कर
Shakil Alam
चुपचाप यूँ ही न सुनती रहो,
चुपचाप यूँ ही न सुनती रहो,
Dr. Man Mohan Krishna
The most awkward situation arises when you lie between such
The most awkward situation arises when you lie between such
Sukoon
** मन में यादों की बारात है **
** मन में यादों की बारात है **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दिल की बगिया में मेरे फूल नहीं खिल पाए।
दिल की बगिया में मेरे फूल नहीं खिल पाए।
*प्रणय प्रभात*
ਕੁਝ ਕਿਰਦਾਰ
ਕੁਝ ਕਿਰਦਾਰ
Surinder blackpen
ओ गौरैया,बाल गीत
ओ गौरैया,बाल गीत
Mohan Pandey
जिंदगी
जिंदगी
विजय कुमार अग्रवाल
जो सरकार धर्म और जाति को लेकर बनी हो मंदिर और मस्जिद की बात
जो सरकार धर्म और जाति को लेकर बनी हो मंदिर और मस्जिद की बात
Jogendar singh
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
14- वसुधैव कुटुम्ब की, गरिमा बढाइये
14- वसुधैव कुटुम्ब की, गरिमा बढाइये
Ajay Kumar Vimal
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
वेलेंटाइन डे बिना विवाह के सुहागरात के समान है।
Rj Anand Prajapati
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
🚩जाग्रत हिंदुस्तान चाहिए
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दहेज ना लेंगे
दहेज ना लेंगे
भरत कुमार सोलंकी
3071.*पूर्णिका*
3071.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ताउम्र जलता रहा मैं तिरे वफ़ाओं के चराग़ में,
ताउम्र जलता रहा मैं तिरे वफ़ाओं के चराग़ में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...