चमकता जुगनू
चमचम करता जुगनू आय
साथ में अपने रोशन लाया
घूम घूम के घर आंगन मेरे
घर को उसने खूब सजाया
चमचम करता जुगनू आय
छुपकर के मैं देखूं उसको
उसे पाने को मन ललचाया
जब मै मिलने जाता उसको
अपने पीछे मुझे ख़ूब भगाया
चमचम करता जुगनू आय
भागा खूब मै उसके पिछे
उसको पर मैं पकड़ न पाया
आकर मेरे पीठ पे बैठा
उसने मुझको खूब सताया
चमचम करता जुगनू आय
✍️✍️ संजय कुमार